14 वाँकाणी क्यो, “कुई तो यहुन्नो बतिस्मो देबावाळो केवे हे, अन कुई एलिया, अन घणा खरा यिर्मयाह कन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो मेंऊँ कस्योई एक माने हे।”
वणी आपणाँ नोकराऊँ क्यो, “ओ वोईस बतिस्मा देबावालो यहुन्नो हे! ज्यो मरिया तका मेंऊँ पाछो जी उट्यो हे, ईं वाते वींमूँ अचम्बा का काम परगट वेवे हे।”
ईसू वाँने पूँछ्यो, “पण थाँ मारा बारा में कई केवो हो?”
ईंपे वाँका चेला वणीऊँ पूँछ्यो, “पच्छे मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अस्यान काँ केवे हे के, एलिया को पेल्याँ आणो जरूरी हे?”
वाँ दनाँ में बतिस्मा देबावालो यहुन्नो यहूदियाँ परदेस का हुन्ना काँकड़ में आयो,
दूजाँ मनक केरिया हा, “वो एलियो हे।” पण, कुई ओरी दूजाँ जणा केरिया हा, “यो पेलाँ का जमाना का परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा मूँ कुई एक हे।”
वाँकाणी जबाव दिदो, “बतिस्मा देबावाळो यहुन्नो, तो कुई मनक एलिया अन दूजाँ थने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो मेंऊँ कस्योई एक माने हे।”
दूजाँ मनक केरिया हा के, “एलियो परगट वेग्यो हे।” अन नरई अस्यान भी केरिया हा के, “पुराणा जमाना को कस्योई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो पाछो जी उट्यो हे।”
तद्याँ वणा वींकाऊँ पूँछ्यो, “तो थूँ कूण हे? कई, थूँ एलियो हे?” यहुन्ने वाँने जवाब दिदो, “ने, मूँ वो ने हूँ।” तो वणा पूँछ्यो, “कई थूँ परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हे?” वणी क्यो, “कोनी।”
ईसू का बारा में लोगाँ में छाने-छाने घणी बाताँ वी। कतराई तो केता हाँ, “वो भलो मनक हे।” अन दूजाँ केता हा के, “ने, वो तो लोगाँ ने भरमावे हे।”
फरीसियाँ वी आन्दाँऊँ पाछो पूँछ्यो, “वणी थारी आक्याँ खोली हे। थूँ वींका वाते कई केवे हे?” वणी क्यो, “वो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हे।”