11 थें काँ ने हमज्या हो के, मूँ थाँकाऊँ रोट्याँ का वाते ने क्यो? पण ओ क्यो के, थाँ फरीसी अन सदुकियाँ का खमीरऊँ हेंचेत रेज्यो।”
फरीसी अन सदुकियाँ ईसू का नके आन परक करबा का वाते क्यो, “माने हरग को हेन्याण बता। ताँके माने पतो लागे के, थने परमेसर का आड़ीऊँ अदिकार मल्यो तको हे।”
तद्याँ वाँकी हमज में आयो के, वीं रोट्याँ का खमीरऊँ ने, पण फरीसियाँ अन सदुकियाँ की हिकऊँ हेंचेत रेवा का वाते क्यो हो।
ईसू वाँने क्यो, “देको, फरीसियाँ अन सदुकियाँ का हाज्याऊँ बंचन रेज्यो।”
जद्याँ यहुन्ने यो देक्यो के, नरई फरीसी अन सदुकी वाँका नके बतिस्मो लेबा ने आरिया हे तो वणी वाँकाऊँ क्यो, “ओ, हाँप का बच्या। थाँने कणी हेंचेत कर दिदा हे के, थाँ परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंच निकळो?
पछे ईसू चेला ने क्यो, “थाँ दरपो काँ हो? कई, थाँने अबार तईं विस्वास कोयने?”
ईसू वाँने चेतावणी देन क्यो, “फरीसियाँ अन हेरोदेस का हाज्याऊँ बंचन रिज्यो।”
पछे ईसू वाँने क्यो “कई, थें अबाणू भी ने हमज्या?”
पसे जद्याँ हजारो मनक भेळा वेग्या हा अन अटा तईं के, मनक एक-दूँजा के ऊपरे पड़रिया हा, तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो के, “फरीसियाँ का कपट रूपी हाज्याऊँ बंचन रेवो।
ओ कपटी मनकाँ, थाँ धरती अन आकास का रूप को अरत को भेद करणो जाणो हो, पण ईं टेम का बारा में भेद करणो काँ ने जाणो हो?”
थाँ मारी हिकने काँ ने हमजो हो? ईंको कारण योईस हे के, थाँ मारी बाताँने ने हुणो हो।