49 अन आपणाँ विस्वास्याँ की आड़ी आपणाँ हात लाम्बो करन क्यो, “देको, मारी बई अन मारो भई ईं हे।
यो हामळन ईसू केबावाला ने क्यो, “मारी बई कूण हे? अन कूण हे मारा भई?”
काँके ज्यो कुई मारा हरग का बाप की मरजी पे चाले, वो मारो भई, मारी बेन अन मारी बई हे।”
अन जट जावो अन वींका चेलाऊँ केवो के, ‘वो मरिया तका मूँ जी उट्यो हे, अन वो थाँका हाराऊँ पेल्या गलील जावे हे, वटे वींको दरसण पावो!’ देको, में थाँकाऊँ के दिदो, वींने आद राकज्यो।”
वणा च्यारूँमेरऊँ बेटा तका लोगाँ ने देकन क्यो, “देको या हे मारी बई अन ईं हे मारा भई।
“मूँ बेस अणाका वातेईस परातना ने करूँ हूँ, पण वाँका वाते भी जीं अणाका बचना ने हुणन मारे पे विस्वास करी।