जद्याँ यहुन्ने यो देक्यो के, नरई फरीसी अन सदुकी वाँका नके बतिस्मो लेबा ने आरिया हे तो वणी वाँकाऊँ क्यो, “ओ, हाँप का बच्या। थाँने कणी हेंचेत कर दिदा हे के, थाँ परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंच निकळो?
ज्या मनकाँ की भीड़ यहुन्ना का नके बतिस्मो लेबा ने अई वाँकाऊँ वणी क्यो, “ओ, हाँप का बच्या। थाँने कणी हेंचेत कर दिदा हे के, थाँ परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंच निकळो?
थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।
थाँ कस्यान जाण सको के, कूण परमेसर को बेटा हे? कूण सेतान को बेटा हे? हरेक वीं मनक ज्यो धरम का काम ने करे अन आपणाँ विस्वासी भईऊँ परेम ने करे वीं परमेसर का आड़ीऊँ कोयने हे।