33 “यद्याँ थाँ हव फळ पाणा छारिया हो तो थाँने एक हव रूँकड़ो लगाणो पड़ी अन बुरा रूँकड़ा लगावो तो बुरा फळइस पावो, काँके रूँकड़ो आपणाँ फळऊँ ओळक्यो जावे हे।
अन थाँ भई बतावो, अंजीर का रूँकड़ा के जेतुन अन अंगूर का वेलड़ा के अंजीर लागे हे कई? कदीई ने लागे। अन नेई खारो पाणी निकळबावाळा कूण्ड़ाऊँ मिटो पाणी निकळ सके हे।