24 पण फरीसियाँ ओ हुणन तरत क्यो, “ओ तो हुगली आत्मा का सरदार बालजेबूल की मदतऊँ हुगली आत्मा काड़े हे।”
चेला ने गरू का बराबर वेवा में अन हाळी ने मालिक का बराबर वेवा मेंईस संतोक करणो छावे। यद्याँ वीं घर का मालिक ने बालजेबूल केवे, तो वाँका घर का लोगाँ ने ओरी हेलो बुरो काँ ने केई?
जद्याँ ईसू बारणे जारिया हाँ, तो वणा देक्यो लोग-बाग एक गूँगा ने जिंमें हुगली आत्मा ही, वाँका नके लाया।
पण फरीसी क्यो, “यो तो हुगली आत्मा का हाकम की मदतऊँ हुगली आत्माने काडे़ हे।”
यरूसलेमऊँ आया तका मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा केता हा, “वींमें हुगली आत्मा को राजा, बालजेबूल धस्यो तको हे। ईं वाते वो वींकी तागतऊँ दूजी हुगली आत्माने बारणे निकाळ सके हे।”
पसे ईसू एक बोबड़ा मनक मूँ हुगली आत्मा निकाळी। जद्याँ हुगली आत्मा निकळगी तो बोबड़ो बोलबा लागग्यो अन लोग-बाग ओ परचो देकन अचम्बो करबा लागा।
पण, वाकामूँ नरई केबा लागा, “ओ तो हुगली आत्मा का हाकम बालजेबूल का नामऊँ हुगली आत्मा काड़े हे।”