तद्याँ लोग-बाग हुगली आत्मा धस्यी तका एक मनक ने ईसू का नके लाया ज्यो वणी आत्मा की वजेऊँ आंदो अन गूँगा हो। अन ईसू वींने हव किदो, अन वो बोलबा अन देकबा लागो।
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।