ईं वाते ज्यो बचन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा का मुण्डाऊँ क्यो ग्यो हे, वो पूरो वे के, “मूँ केणी में वणा बाताँ का भेद ने केऊँ, जीं दनियाँ की रचना की टेमऊँ छाने हे।”
पसे ईसू वाँकाऊँ क्यो, “ईं मारी वीं बाताँ हे, जद्याँ मूँ थाँके हाते रेते तके थाँकाऊँ क्यो हो। जतरी बाताँ मूसा के नेमा में अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन भजनाँ की किताब में मारा बारा में लिकी तकी हे, वीं हारी पुरी वेणीईस हे।”
यरूसलेम में रेबावाळा अन वाँका अदिकारियाँ भी ईसू ने कोयने ओळक्यो अन सबद का हरेक दन हुणाता तका परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा का बचन ने कोयने हमज्या, पण ईसू पे दोस लगान वाँ वसना ने पूरा किदा।