यो वोईस हे, जिंका बारा में पुवितर सास्तर में लिक्यो हे के, “देक, मूँ आपणाँ दूत ने अदिकार का हाते थाँरा आगे खन्दाऊँ हूँ, ज्यो मनकाँ का मन ने थाँरा वाते त्यार करी।”
ईं वाते वीं खजुर की डाळ्याँ लिदी अन वाँकाऊँ मलबा ने निकल्या, अन केबा लागा, “परमेसर की मेमा वेवे, परबू का नामऊँ आबावाळा ने परमेसर आसीस देवे। इजराएल का राजा ने परमेसर आसीस देवे।”
पछे भी वीं भीड़ मेंऊँ घणा लोग-बाग वींपे विस्वास किदो अन केबा लागा के, “जद्याँ मसी आई तो वो जतरा परच्या अणी बताया हे अणीऊँ हेला ने बताई, कई वो अस्यान करी?”