23 वीं जद्याँ थाँने एक नगर में हतावे, तो थें दूजाँ नगर में परा जाज्यो, मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, थाँ इजराएल का हाराई नगराँ में ने जावो वतरे मनक को पूत पाछो आ जई।
मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, ज्यो अटे ऊबा हे, वाँका मूँ कुई अस्या हे के, वीं जद्याँ तईं मनक का पूत ने वींका राज में आता तका ने देक लेई, जद्याँ तईं वाँने मोत ने आई।”
वणा जोतिसी माराज के पाच्छा जाबा केड़े, परबू को एक हरग-दुत युसुप ने हपना में दिक्यो अन वींने क्यो, “उठ, बाळक अन वींकी माँ ने लेन मिसर नाम का देस में परोजा अन जतरे मूँ थने ने कूँ, वतरे वटेई रिज्ये। काँके हेरोदेस ईं बाळक ने होदरियो हे के, वींने मरबा नाके।”
ईं वाते देको, मूँ थाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन अकलमन्द अन गरुवा ने खन्दाऊँ हूँ अन वणा मूँ करता ने तो मार नाको अन हूळी चड़ावो, अन किंने आपणाँ परातना घर में कोड़ा मारो अन एक नगरऊँ दूजाँ नगर दोड़ता फरो हो।
“वीं टेम मनक का पूत का आबा को हेन्याण आकास में परगट वेई। तद्याँ धरती पे हारी जाता का मनक हाका-भार करी अन मनक का पूत ने तागत अन मेमा का हाते हरग का वादळा पे परगट वेता देको।
ईसू वाँने क्यो, “थें खुदई के दिदो, पण मूँ थाँकाऊँ ओ भी केवूँ हूँ के, अबेऊँ थाँ मनक का पूत ने मेमावान परमेसर का जीमणा पाल्ड़े बेट्यो तको अन आकास का वादळा पे आतो तको देको।”
अस्यान साउल इस्तीपनुस की हत्या में मदत किदी। वणीस दनऊँ यरूसलेम की विस्वास्याँ की मण्डली पे घणो हताव वेबो सरू वेग्यो। थरप्या तका ने छोड़न वे हारई विस्वासी यहूदियाँ अन सामरिया का हिमाड़ा में वखर ग्या।