21 “भई आपणाँ भई के, बई-बापू आपणाँ बाळकाँ के अन बाळक आपणाँ बई-बापू के विरोद में जाई अन वाँने धोकाऊँ पकड़वान मरबा नाकी।
तद्याँ नरई मनक विस्वास करणो छोड़ देई, अन एक दूजाने धोकाऊँ पकड़वाई अन एक-दूजाऊँ दसमणी राकी।