थाँने हाकम अन राजा का हामे ऊबो वेणो पेड़ी, काँके थाँ मारा बारा में लोगाँ ने हिक देवो हो। अणीऊँ वीं दाण थाँने ज्यो यहूदी ने हे वाँका में मने साबत करबा को मोको मली।
ईं वाते देको, मूँ थाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन अकलमन्द अन गरुवा ने खन्दाऊँ हूँ अन वणा मूँ करता ने तो मार नाको अन हूळी चड़ावो, अन किंने आपणाँ परातना घर में कोड़ा मारो अन एक नगरऊँ दूजाँ नगर दोड़ता फरो हो।
पण मूँ थाँकाऊँ यो केऊँ हूँ के, ज्यो कुई आपणाँ भई पे रीस करी, वो सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने बेजत करी वींने मोटी सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने हराप देवे हे, वो नरक की वादी के जोगो वेई।
“आपणाँ वाते खुद हेंचेत रेवो। वे मनक थाँने पकड़न कोरट में पेस केरी अन पछे थाँने वाँका परातना घर में मारी कुटी अन मारा वाते थाँने हाकम अन राजा के आगे ऊबो वेणो पेड़ी। ईंऊँ थाँ वाँने मारो हव हमच्यार हुणा सको।
हारई यहूदियाँ का परातना घर में मूँ वाँने दण्ड दिया करतो अन परमेसर की नन्दयाँ करबा वाते वाँपे जोर नाकतो। वाँका पे मारो गुस्सो अतरो हो के, वाँने हताबा का वाते नरी जगाँ अन बारवास का गामाँ में जातो।
अन वे दमिसक का परातना-घराँ को वींने ओळकाण की एक पानड़ी देबा का वाते अरज किदी। ताँके वींने वटे कुई भी ईं पन्त को मनक मले, पलेई वा लुगई वेवे कन आदमी, वो वाँने बन्दी बणान पाच्छा यरूसलेम लावे।