59 ईसू दूजाऊँ क्यो, “मारे पाच्छे चाल।” पण वणी क्यो, “हो परबू, मने पेल्या जाबा दो के, मूँ आपणाँ बाप ने गाड़ दूँ।”
तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो, “यद्याँ कुई मारा पाच्छे आणो छावे, तो आपणाँ खुद ने नटे अन आपणी हूळी उठावे, अन मारा पाच्छे वेजा।
ईं वाते पेल्या थाँ परमेसर का राज ने होदो अन हाँच पे चालो, तो ईं हारी चिजाँ भी थाँने मल जाई।
वटूँ आगे चालन ईसू मत्ती नाम का एक मनक ने चुंगी नाका पे बेट्यो देक्यो अन वणीऊँ क्यो, “मारा पाच्छे अई जा।” वो वाँका पाच्छे चालबा लागो।
ईसू वणीऊँ क्यो, “मरिया तका ने आपणाँ मरिया तका ने गाड़बा दो। पण, थूँ जा अन परमेसर का राज का बारा में परच्यार कर।”