55 पण, ईसू वाँका आड़ी फरन वाँने तापड़्या।
ईसू पाच्छा फरन पतरसऊँ क्यो, “हे सेतान, मारा नकेऊँ छेटी वेजा! थूँ मारा वाते ठोकर को कारण हे, काँके थूँ परमेसर की बाताँ पे ने, पण मनकाँ की बाताँ पे मन लगावे हे।”
ईंपे पतरस ईसुऊँ क्यो, “यद्याँ हाराई थने छोड़न जावे, तो पलई जावे, पण मूँ कदी भी थने छोड़न ने जाऊँ।”
जागता रेवो, अन परातना करता रेवो के, ताँके थें जाँच-परक में ने पड़ो। आत्मा तो त्यार हे, पण सरीर दुबळो हे।”
पछे ईसू का हण्डाळ्याँ मूँ एक जणे तरवार म्यानऊँ काड़ दिदी अन मायाजक का नोकर पे वार करन वींको कान्दड़ो काट दिदो।
ओ देकन वाँका चेला याकूब अन यहुन्ने क्यो, “ओ परबुजी, थाँ छावो तो, माँने हुकम दो, माँ आको नास आकासऊँ वादी वरान कर दा?”
तद्याँ ईसू आपणाँ चेला का हाते दूजाँ गाम पराग्या।
वो पाप का बारा में ईं वाते बताई, काँके दनियाँ का मनकाँ को मारा पे विस्वास ने करणो पाप हे।
आपाँ एकीस मुण्डाऊँ परमेसर को धन्नेवाद भी करा हा अन एकीस मुण्डाऊँ मनकाँ ने हराप भी देवा हा। मारा भायाँ-बेना अस्यान तो ने वेणो छावे।
बुरई का बदले बुरई मती करो। जद्याँ कुई थाँकी बेजती करे, तो वींके हाते थाँ भी वींकी बेजती मती करो पण वींका बदले थाँ वींने आसिरवाद दो, काँके परमेसर थाँने आसिरवाद का वारिस वेबा का वाते बलाया हे।
मूँ जणीऊँ भी परेम करूँ हूँ वाँने तापड़ूँ अन दण्ड देऊँ हूँ। ईं वाते पसतावणो कर अन पापऊँ आपणो मन ने बदलो।