34 वो यो केईस रियो हो, एक वादळा की छाया वाँका पे आगी अन ज्यूँई आको वादळो वाँका पे आग्यो तो वीं दरपग्या।
जद्याँ वी ईसू का नकेऊँ जाबा लागा तो पतरस ईसुऊँ क्यो, “हो मालिक, माँको अटे रेणो भलो हे, माँ अटे तीन छतरिया बणावा एक थाँका वाते, एक मूसा का वाते अन एक एलिया वाते।” वो खुद ने जाणतो हो के, वो कई केरियो हे।
अन वणी वादळा मेंऊँ आ वाणी वी के, “यो मारो बेटो हे अन मारो चुण्यो तको हे, ईंकी हुणो।”
जद्याँ में वींने देक्यो, तो वाँका पगा में मरिया तका मनक का जस्यान पड़ग्यो। पछे वणा आपणाँ जीमणो हात मारा पे राकन माराऊँ क्यो, “दरपे मती मूँ पेलो अन आकरी हूँ।