वो एलिया के जस्यान की आत्मा अन तागत में वेन परबू का आगे-आगे चाली। मनकाँ को मन वाँके छोरा-छोरी का आड़ी फेर देई, अन परमेसर की आग्या ने ने मानबावाळा ने धारमिकता की अकल का आड़ी लेजाई। अन मनकाँ ने परबू का वाते त्यार करी।”
पसे ईसू वाँकाऊँ क्यो, “ईं मारी वीं बाताँ हे, जद्याँ मूँ थाँके हाते रेते तके थाँकाऊँ क्यो हो। जतरी बाताँ मूसा के नेमा में अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन भजनाँ की किताब में मारा बारा में लिकी तकी हे, वीं हारी पुरी वेणीईस हे।”
वणा वाँकाऊँ क्यो, “कुई तो थाँने यहुन्नो बतिस्मा देबावाळो केवे हे तो कुई थाँने एलिया अन कुई तो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा मेंऊँ कुई पुराणा जी उट्यो हे।”