24 काँके ज्यो कुई धरती पे आपणाँ खुद को जीवन बंचाणो छावे हे वो आपणो हरग को जीवन खो देई। पण, ज्यो कुई धरती पे मारा वाते आपणो जीवन खोई, वो हरग को जीवन पाई।
जो दुक थने जेलणो हे वणीऊँ मती दरप, काँके सेतान थाँका मेंऊँ घणा ने परकबा का वाते जेल में नाक देई। थने वटे दस दनाँ तईं दुक जेलणो पड़ी, पण थूँ हाँचो रेज्ये पलई थाँरी मोत ईं कानी वे जावे। तो मूँ थने जुग-जुग का जीवन को मुकट देऊँ।