तद्याँ वणा मनकाँ ने क्यो के, रेटे बेट जावो अन वणा पाँच रोट्याँ अन दो माछळ्याँ लिदी अन हरग का आड़ी देकन धन्नेवाद दिदो अन रोट्याँ का कवा करन चेला ने दिदी चेला वाँने मनकाँ में बांट दिदी।
ज्यो मनक कणी दन ने एक खास दन माने हे वो अस्यान परबू ने आदर देबा का वाते करे हे। अन ज्यो हारोई खावे हे वो भी परबू ने आदर देबा का वाते खावे हे, काँके वीं रोटी का वाते परमेसर ने धन्नेवाद देवे हे। ज्यो थोड़ीक चिजाँने ने खावे वीं भी अस्यान परबू का आदर में करे हे अन परमेसर ने धन्नेवाद देवे हे।