55 तद्याँ वींको जीव पाछो अई ग्यो अन वाँ तरत उटी वेगी, पछे ईसू वींका बई-बापूऊँ क्यो, “ईंने खाबा वाते कई दो।”
ईसू वाँने कल्ड़ी आग्या दिदी के, किंने भी ईंका बारा में मत बताज्यो। अन पछे वाँने क्यो के, “वीं बाळकी ने खाबा वाते कई दे।”
पण ईसू वींको हात पकड़्यो अन जोरऊँ क्यो, “हे बेटी उटी वे।”
अणीऊँ वींका बई-बापू ने घणो अचम्बो व्यो, पण ईसू वाँने आग्या दिदी के, ज्यो कई व्यो हे, वो किंने केज्यो मती।
तद्याँ ज्यो मरग्यो हो, वो कपनऊँ पळेट्यो तकोई बारणे आग्यो, अन वींका मुण्डा पे भी गाबा पळेट्या तका हा। ईसू क्यो, “ईंने खोल दो अन जाबा दो।”