49 ईसू यो केईसरिया हा अन परातना घर का हाकम का घरऊँ कुई वटे आयो अन हाकम ने क्यो, “थारी बेटी मरगी हे, अबे गरुजी ने दुक मती दे।”
ओ जाणन ईसू वाँने क्यो, “लुगई ने काँ परेसान करो हो? वणी तो मारा वाते हव किदो हे।
ईसू वाँकाऊँ या बाताँ केईसरियो हो अन एक परातना घर को मुक्यो आन वाँके आगे गोड़ टेकन अरज किदी के, “मारी नान्नीक छोरी अबाणू मरगी हे, पण थाँ चालन थाँको हात वाँका माता पे मेली दो तो वाँ पाच्छी जीवती वे जाई।”
वीं दाण यहूदी परातना घर को एक मुक्यो हो, जिंको नाम याईर हो, वटे आयो अन ईसू ने देक्या, तो वो वींका पगाँ में पड़ग्यो
अन वणी मयनेऊँ जवाब दिदो, ‘मने परेसान मती कर, अबाणू कमाड़ लागग्या हे अन मारा छोरा-छोरी मारा नके बिछाणा पे हूँता तका हे, ईं वाते मूँ उठ ने सकूँ हूँ।’”
ईसू वाँके हाते चाल पड़्या, जद्याँ वीं वींका घरऊँ थोड़ाक छेटी हा, वणी अदिकारी आपणाँ हण्डाळ्याँ ने वींने यो केवा वाते खन्दाया के, “हो परबू, थाँ दुक मती देको, काँके मूँ अणी जोगो ने हूँ के, थाँ मारा घरे आवो।