36 अन जणा यो देक्यो हो वणा वाँने बतायो के, वो हुगली आत्मा धस्यी तकी मनक कस्यान हव व्यो।
हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
तद्याँ गरासेनिया परदेस का अड़े-भड़े का हाराई लोगाँ ईसुऊँ अरज किदी के, माकाँ अटूँ परोजा। काँके वीं घणा दरपग्या हा, ईं वाते वीं नाव में बेटन पाच्छा जाबा लागा।