19 तद्याँ ईसू की बई अन भई वाँका नके आया, पण भीड़ का मस वीं वाँका नके ने जा सक्या।
जद्याँ वाँका परवार का लोगाँ यो हुण्यो, तो वीं वाँने लेबा निकळग्या, काँके कुई मनकाँ क्यो के, वींको मन ठाणे कोयने हे।
ईं वाते कणी ईसू ने क्यो के, “थाँकी बई अन थाँका भई बारणे ऊबा हे थाँकाऊँ मलणा छारिया हे।”