49 जद्याँ जी लोग-बाग वींका हाते खाणो खाबा ने बेटा हा, वीं आपणाँ-आपणाँ मना में होचबा लागा के, “यो कूण हे ज्यो पापाँ की मापी भी देवे हे?”
जद्याँ ईसू मत्ती का घरे आपणाँ चेला हाते खाणो खाबा ने बेटो तो नरई कर लेबावाळा अन पापी आन वाँका हाते खाणो खाबा ने बेटग्या।
तद्याँ कुई मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा एक-दूजाऊँ केबा लागा, “ओ मनक आपणी वाणीऊँ परमेसर की बुरई कररियो हे।”
“यो मनक अस्यी बाताँ काँ करे हे? यो तो परमेसर की नन्दयाँ करे हे। परमेसर ने छोड़न दूजो कूण पापाँ ने माप कर सके?”