पछे मनक को पूत दूजाँ का जस्यान खातो-पितो आयो अन वीं केवे हे के देको, ‘यो खवगड़्यो अन दारुड़्यो हे, कर लेबावाळा को अन पाप्याँ को गोटी हे।’ पण परमेसर का ग्यान पे चालबावाळा आपणाँ करमाऊँ वींको ग्यान हाँचो साबत वेवे हे।”
वणी लेवी आपणाँ घर में ईसू की आवभगत का वाते मोटो जीमण राक्यो। अन आया तका मेमान में नरई लगान लेबावाळा अन दूजाँ मनक भी हा। ईं हाराई ईसू का हाते जीमण में बेटा हा।