तद्याँ रोमी सेनापती अन ज्यो वींका हाते ईसू के पेरो देरियो हाँ, भूकम अन ज्यो कई व्यो हो, वींने देकन घणा दरपग्या अन क्यो, “हाँचई में ओ परमेसर को पूत हो।”
काँके वींके एकीस छोरी ही ज्या बारा वर की ही। अन वाँ मरबा के जस्यान वेरी ही। जद्याँ ईसू वींका घरे जारिया हा, तद्याँ मनक वाँके ऊपरे च्यारूँमेरऊँ पड़बा लागा।
जद्याँ आ बात ते वेगी के आपीं जाँजऊँ इटली जावाँ, तो वाँकाणी पोलुस अन वींका हातेवाळा ने युलियुस नाम का हो सपायाँ का सेनापती ने हूँप दिदा, वीं फोज ने “राजा की फोज” केता हा।
ओ हाळयाँ, ज्यो दनियादारी में थाँका मालिक हे, वाँकी हारई बाताँ ने मान्याँ करो, मनकाँ ने खुस करबा वाते वींका हामेईस ने, पण हाँचा मनऊँ अन परमेसर की दरपणी का हाते मान्याँ करो।