पण, वो सन्देसो वाँका मन में जड़ ने पकड़े, ईं वाते वीं थोड़ीक देर रूके अन जद्याँ ईं सन्देसा का मस वाँका पे दुक अन हताव आवे, तद्याँ वीं फटाकऊँ आपणाँ विस्वासऊँ छेटी वे जावे हे।
वीं वणी मनक का जस्यान वेई, जणी घर बणाती दाण नीम ने उण्डी खोदन मोटी छाँट पे घर बणायो हो अन बाड़ अई जद्याँ वणी के टकरई पण वणी घर ने हला ने सकी, काँके वो सई तरियाऊँ पाको बण्यो तको हो।
हारई यहूदियाँ का परातना घर में मूँ वाँने दण्ड दिया करतो अन परमेसर की नन्दयाँ करबा वाते वाँपे जोर नाकतो। वाँका पे मारो गुस्सो अतरो हो के, वाँने हताबा का वाते नरी जगाँ अन बारवास का गामाँ में जातो।
ईं वाते जद्याँ माराऊँ ओरी ठमाव ने व्यो तो में थाँका विस्वास का हाल-चाल जाणबा का वाते वींने खन्दायो। परमेसर करे अस्यान ने वेणो छावे के, परकबा वाळी बाताँऊँ थाँ लाळच में आन मारो करियो-करायो काम बेकार तो ने कर दिदो।
अन जद्याँ ईं मनक छुटकारो देबावाळा परबू ईसू मसी का बारा में जाणबा का केड़े भी अन ईं दनियाँ की बुरई मेंऊँ निकळबा का केड़े पाच्छा वीं बुरई में जावे हे तो वणा मनकाँ के दसा पेलाँ की दसाऊँ भी हेली बुरी वेई।