34 थाँ जीं पाच्छा दी देवे हे वाँनेईस उदार देवो हो, तो ईंमें आसीस मलबावाळी कस्यी बात हे? काँके पापी मनक भी पाप्याँ ने हाराई पाच्छा लेबा की आस में उदार देवे हे।
पण थाँ आपणाँ दसमणाऊँ परेम राको अन भलई करो, अन पाच्छा पाबा की आस ने राकन उदार दो, तद्याँ थाँने मोटो ईनाम मली अन थाँ परबू परमेसर की ओलाद केवावो, काँके परमेसर आग्या ने मानबावाळा अन पापी मनकाँ पे भी दया करे हे।