9 काँके अतरी माछळ्याँ पकड़ईगी ही, ईं वाते यो देकन वींने अन वींका हाराई हण्डाळ्याँ ने अचम्बो व्यो।
पतरस अन वाँका हण्डाळ्याँ घबराग्या ईं वाँते पतरस हमज ने पायो के, वाँने कई जवाब देणो छावे।
ईं बात ने जणा भी हूणी। वीं अचम्बो करबा लागग्या।
मनक वींका उपदेस हूँणन अचम्बो करबा लागा, काँके वो हक के हाते बोलतो हो।
हाराई मनक अचम्बो करबा लागा अन एक-दूजाऊँ केबा लागा, “या कस्यी बात हे? वो अदिकार अन सामरत का हाते हुगली आत्माने आदेस देवे हे अन वाँ भी निकळ जावे हे।”
वणीस तरियाँ जब्दी का बेटा याकूब अन यहुन्ना ने भी, जी समोन का हण्डाळ्याँ हा, अचम्बो व्यो। जद्याँ ईसू समोनऊँ क्यो, “दरपे मती। अबे थूँ परमेसर का राज में मनकाँ ने लाबावाळो बणी।”
यो देकन समोन पतरस ईसू का पगा में पड़ग्यो अन वणाऊँ क्यो, “ओ परबू, माराऊँ छेटी परा जावो, काँके में थाँकी बात पे विस्वास ने किदो, मूँ पापी मनक हूँ।”