वीं वणी घरे ग्या, जटे बाळक ने वींकी बई मरियम की लारे देक्यो अन गोडा टेकन वींको नमस्कार किदो। आपणी–आपणी जोळ्या खोलन वींने होना, लोबान अन अंतर भेंट किदा।
तो वणा आपणाँ हण्डाळ्याँ ने ज्यो दूजी नाव में हा, हानी किदी के, “वीं आन माँकी मदत करे।” वीं आया अन वणा दुई नावा ने माछळयाऊँ अतरी भरी के नावाँ डुबवा लागी।
अबे तो आपाँने धूँदळा काँस में धूँदळो-धूँदळो दिके हे, पण वीं टेम आपाँ आमे-हामे देकाँ। ईं टेम मारो ग्यान पूरो ने हे पण वीं टेम पूरो वे जाई, जस्यान मूँ परमेसरऊँ ओळक्यो जाऊँ।