36 ईसू वाँने एक ओरी केणी की, “कुई, मनक नवा गाबा को टूकड़ो फाड़न जूना गाबा के कारी ने लगावे। ने तो नवा गाबा फाट जाई अन वीं नुवा गाबा की कारी जूना गाबा जस्यी हव ने लागी।
परबू का मन्दर को मूरत्याऊँ कई वेवार? काँके आपाँ खुदईस जीवता परमेसर का मन्दर हा, जस्यान वणा खुदईस क्यो हो, “मूँ वाँका में वास करिया करूँ, वाँका में चालूँ-फरूँ। मूँ वाँको परमेसर वेऊँ अन वीं मारा मनक वेई।