31 ईसू वणाऊँ क्यो, “इलाज हव मनकाँ का वाते कोयने पण, माँदा मनकाँ का वाते हे।
ईसू यो हुणन वाँने क्यो, “हव मनक के वाते एलाज करबावाळा की जरूत ने वे, पण माँदा मनक के वाते जरूत वेवे हे। मूँ धरमियाँ ने कोयने, पण पाप्याँ ने बंचाबा आयो हूँ।”
मूँ धरमियाँ ने ने पण, पाप्याँ का मन बदलबा आयो हूँ।”