हारई जणा अचम्बा में पड़ग्या अन अतरो अचम्बो व्यो के, वे एक-दूँजा ने पूँछबा लागा, “यो कई हे? यो कई नुवो उपदेस हे? वो हकऊँ हुगली आत्माने आदेस देवे अन वा आत्मा वींने भी माने हे।”
अन जणा लोगाँ यो हुण्यो, तो वीं हंगळा घणा अचम्बा में आन केबा लाग्या, “ईसू ज्यो भी करे, हंगळोई हव करे। अटा तईं, वो बेरा ने हुणबा की अन गूँगा ने बोलबा की सगती देवे हे।”