22 हाराई लोगाँ ईसू की बड़ई किदी अन जी दया की बाताँ वींका मुण्डाऊँ निकळी ही, वाँने हुणन अचम्बो किदो। वी केबा लागा, “कई यो युसुप को बेटो ने हे?”
ज्यो लोग-बाग बाळक ईसू की बाताँ ने हुणरिया हा, वी हाराई वींकी हमज अन वींका जबावऊँ अचम्बा में पड़ग्या हा।
वींका बई-बापू वींने देकन अचम्बो में आग्या। अन वींकी बई वणीऊँ क्यो, “हे मारा बेटा, थें कई लेवा माँकाऊँ अस्यो किदो? देक, थाँरा बापू अन मूँ कतरा परेसान वेन थने होदरिया हा।”
मूँ थाँने अस्या बोल अन अकल देवूँ के, थाँका हाराई दसमण थाँको सामनो ने कर सकी अन थाँने रोक ने पाई।
तद्याँ ईसू वाँकाऊँ क्यो, “आज ईं सास्तर को यो बचन पूरो व्यो जस्यान थाँ हुणरिया हो।”
फिलिपुस नतनएलऊँ मल्यो अन वणीऊँ क्यो के, “जिंको बखाण परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा किदो अन मूसे आपणाँ नेमा में क्यो हो, वो माँने मलग्यो हे। वो युसुप को छोरो नासरत को रेबावाळो ईसू हे।”
अन वणा क्यो, “कई यो युसुप को बेटो ईसू ने हे, कई आपाँ ईंका बई-बापूने ने ओळका हा। पछे यो कस्यान के सके हे के, ‘यो हरगऊँ उतरियो हे’?”
वणा जवाब दिदो, “कुई भी मनक कदी अस्यी बाताँ ने किदी जस्यी वो करे हे।”
पण, वो पुवितर आत्माऊँ मली तकी अस्यी अकल की बाताँ केतो के, वे वींका हामे ने आ सक्या।
अस्यी मिटी बोली बोल के, जिंपे कुई आँगळी ने तोके। थाँरा दसमण हरमा मरे जणीऊँ वाँने आपणाँ बारा में बुरो केवा को मोको ने मले।