11 वीं थने आपणाँ हाताऊँ तोक लेई, अस्यो ने वे के, थाँरा पगाँ के भाटा की लाग जावे।”
पछे सेतान वणीऊँ क्यो, “यद्याँ थूँ परमेसर को पूत हे तो अटेऊँ रेटे कुद जा, काँके सास्तर में ओ लिक्यो हे, “‘वीं थारी हार-हमाळ का वाते हरग-दुताँ ने खन्दाई अन वीं थने हातु-हात तोक लेई ताँके थाँरा पगाँ के भाटा की ने लाग जावे।’”