जद्याँ घर को मालिक पोळ का कमाड़ बन्द कर देवे अन थाँ बारणे ऊबा वेन पोळ की हाँकळ वजान केवो, ‘ओ स्वामी जी, माकाँ वाते कमाड़ खोल दो।’ “वो जबाव दे के, ‘मूँ थाँने ने जाणूँ हूँ अन थाँ कटा का हो?’
पण पेल्याँ दमिसक का, पछे यरूसलेम का अन यहूदियाँ का हंगळा देसा में रेबावाळा अन जो यहूदी ने हा, वाँने हमजातो रियो, के आपणाँ मन ने फेरो अन परमेसर का आड़ी आवो अन मन फरावा जोगो काम करो।
तो आ बात साबत वेवे हे के, परमेसर को वादो विस्वास को फळ हे ज्यो वाँकी करपाऊँ में मले हे। अणीस वजेऊँ परमेसर को वादा अबराम का हाराई लोगाँ पे लागू वेवे हे, अन बेस वाँका वातेईस ने जीं नेमाने माने हे पण वाँ हाराई पे जीं अबराम का जस्यान विस्वास राके हे। वो आपणाँ हाराई को बापू हे।