35 तद्याँ वणा दुयाई भी वाँने गेला की हारी बाताँ बता दिदी अन ओ भी क्यो के, माँ रोटी देती दाण ईसू ने ओळक्या हा।
वाँकाणी थरप्या तका चेला का उपदेस, सत्संग, परबू ने आद करता तका रोटी तोड़णी अन परातना में आपणो जीव लगा दिदो हो।
अन ओ परको के, परबू ने कई हव लागे हे।