32 पसे वीं एक-दूजाऊँ केबा लागा, “जद्याँ वो गेला में आपाऊँ बाताँ कररियो हो अन पुवितर सास्तर को अरत आपाँने हमजारियो हो, तो कई आपणाँ मन में धिज्यो ने बन्द रियो हो?”
तद्याँ वणी वाँने केबा के वाते एक दन ते किदो अन नरई मनक वटे भेळा व्या जटे वो रेरियो हो। वणी हवेरूँ लगान हाँज तक परमेसर के राज का बारा में बखाण किदो अन मूसा का नेमा अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँऊँ ईसू का बारा में साबत करतो तको हमजातो रियो।
परमेसर का बचन तो जीवता अन काम करबावाळा हे, वीं कस्यी तीकी तरवारऊँ भी तिका हे। अन परमेसर को बचन पराण, आत्मा, हन्ट अन गुदा ने अलग करन आर-पार वेवे हे अन मन की मनसा अन बच्यार ने जाँचे हे।