22 अन माँके अटा की नरी लुगायाँ माकाँ में एक अचम्बो पेदा कर दिदो हे, जीं हवेर पेल्याँ वेगी कबर में गी ही।
पण जद्याँ वाँने वींकी लास वटे ने मली, तो वीं ओ केती तकी अई के, माँ हरग-दुत का दरसण किदा अन वणा दुताँ माँने क्यो के, ‘ईसू पाछो जीवतो वेग्यो हे।’
मरियम मगदलीनी जान चेला ने आ बात बतई के, “में परबू ने देक्या हे।” ज्यो कई परबू वींने क्यो हो, वणी वो वाँने बतायो।