17 तो ईसू वणाऊँ पूँछ्यो, “आ कई बात हे, ज्यो थाँ एक-दूजाऊँ कररिया हो?” वीं दकी वेन ऊबा रेग्या।
पण, वाँकी आक्याँ अस्यी बन्द कर दिदी गी ही के, वीं वींने देकता तका भी ओळक ने सक्या।
ओ हूँणन वाँका मेंऊँ क्लियुपास नाम के एक मनक क्यो, “कई थूँ यरूसलेम में एकलो ईं परदेसी हे? ज्यो थूँ जाणे कोयने हे के, अणा दनाँ में वटे कई वेरियो हे?”
पण में ईं बाताँ थाँकाऊँ किदी हे, ईं वाते थाँका मन दकऊँ भरग्या हे।