16 पण, वाँकी आक्याँ अस्यी बन्द कर दिदी गी ही के, वीं वींने देकता तका भी ओळक ने सक्या।
ईंका केड़े चेला मूँ दो जणा के मुण्डागे ईसू एक दूजाँ रूप में परगट व्या, जदी वे यरूसलेमऊँ आपणाँ गाम जारिया हा।
वीं जद्याँ एक-दूजाऊँ बाताँ कररिया हा, तो खुद ईसू वाँका वटे परगट व्या अन वाँके हाते-हाते चालबा लागा।
तो ईसू वणाऊँ पूँछ्यो, “आ कई बात हे, ज्यो थाँ एक-दूजाऊँ कररिया हो?” वीं दकी वेन ऊबा रेग्या।
वणीस दाण वाँकी आक्याँ खलगी अन वणा वींने ओळक लिदो हो, पण वो वाँकी आक्याँ आगेई खुवाग्यो।
ओ केन वा पाच्छी फरी अन ईसू ने ऊबा तका देक्या, पण वाँ वाँने ओळक ने सकी के, वीं ईसू हे।
भाग-फाट्याँईं ईसू कनारा पे आन ऊबा वेग्या हा, तुई चेला वाँने ने ओळक्या के, ईं ईसू हे।