35 लोग-बाग देकरिया हा अन यहूदी नेता वींकी रोळ करन केरिया हा के, “थें दूजाँ ने तो बंचाया हे, अबे यद्याँ थूँ परमेसर को हाँचो चुण्यो तको मसी वेवे तो खुद ने भी बचई ले।”
“देको, यो मारो दास हे, जिंने में थरप्यो हे, मारो लाड़लो हे, जणीऊँ मूँ घणो राजी हूँ। मूँ मारी आत्मा वींमें राकूँ अन वो हाराई मनकाँ को न्याव करी।
तद्याँ आ आकासवाणी वी के, “यो मारो लाड़लो पूत हे, जणीऊँ मूँ घणो राजी हूँ।”
जद्याँ फरीसी जी धन का लोबी हा, वणा ईं हारी बाताँ हूणी, तो ईसू की रोळ करबा लागग्या।
पसे पिलातुस मुक्य याजकाँ, यहूदी नेता अन लोग-बागाँ ने एक हाते बलान वाँकाऊँ क्यो,
वटे लटकाया तका दो गुनेगाराँ मेंऊँ एक मनक भी ईसू की रोळ करते तके क्यो, “कई थूँ मसी कोयने हे? थूँ खुद ने अन माँने भी बंचा ले।”
ईं वाते थाँ परबू का नके आवो, वो जीवतो “भाटो” हे। वींने ईं दनियाँ का मनक तो नकार दिदो हो, पण वो परमेसर का वाते तो अनमोल को हे अन वणाईस वींने चुण्यो हे।