22 पिलातुस मनकाँऊँ तीजी दाण पूँछ्यो, “अणी कई गलत किदो हे? में तो ईंमें कई दोस ने पायो हे, जणीऊँ यो मोत को दण्ड भुगते। ईं वाते मूँ ईंके कोड़ा लगवान छोड़ देऊँ।”
“थाँ अणी मनक ने लोग-बागाँ ने भरमावो वाळो हमजन मारे नके लाया हो अन देको, में थाँका हामे वींकी परक किदी हे। पण, थाँ जणा बाताँ को ईंपे दोस लगावो हो, वणा बाताँ मेंऊँ ईंपे कई दोस ने पायो हे।
काँके मसी भी आपणाँ पापाँ का वाते दुक जेल्यो हो। ईंको मतलब ओ हे के, वो निरदोस हो तो भी वो आपणाँ पाप का वाते एक दाण मरग्यो, जणीऊँ वो आपाँने परमेसर का नके ले जावे। वो देह का रूप में तो मरग्यो, पण आत्मिक रूप में जिवायो ग्यो हे।