14 “थाँ अणी मनक ने लोग-बागाँ ने भरमावो वाळो हमजन मारे नके लाया हो अन देको, में थाँका हामे वींकी परक किदी हे। पण, थाँ जणा बाताँ को ईंपे दोस लगावो हो, वणा बाताँ मेंऊँ ईंपे कई दोस ने पायो हे।
जद्याँ पिलातुस न्याव की गाद्दी पे बिराज्यो तको हो तो वाँकी लुगई वींने ओ हमच्यार खन्दायो, “थूँ वणी धरमी मनक का मामला में भेळा मती रेज्ये। काँके में आज हपना में वाँका वाते घणो दुक जेल्यो हे।”
जद्याँ पिलातुस देक्यो के, कई फायदो कोयने पण ईंका हामे ओरी हाका-हूक वेबा लागी हे, तो वाँकाणी हतेळी में पाणी लेन भीड़ का हामे आपणाँ हात धोया अन क्यो, “मूँ ईं धरमी का लुईऊँ बना दोस को हूँ, थाँईस जाणो।”
तद्याँ रोमी सेनापती अन ज्यो वींका हाते ईसू के पेरो देरियो हाँ, भूकम अन ज्यो कई व्यो हो, वींने देकन घणा दरपग्या अन क्यो, “हाँचई में ओ परमेसर को पूत हो।”
बिरिया का लोग थिसलुनीके का लोगाऊँ खुला मन का हा। आपणो मन लगान बचन हूणता हा अन हरेक दन पुवितर सास्तर में होदता के, जो भी पोलुस केरियो हे, वो हे के ने हे।