9 वणा वींकाऊँ क्यो, “माँ कटे तेवार मनाबा की त्यारी कराँ?”
ईसू केणी में वाँने केबा लागो, “एक मनक अंगूरा को एक बाग लगायो अन वींके च्यारूँमेर हड़ो किदो। पछे अंगूरा को रस निकाळबा के वाते गाणी अन रुकाळी का वाते डागळो बणायो, अन हिंजारिया ने हिजारे देन जातरा पे परोग्यो।
ईसू वाँकाऊँ क्यो, “देको, नगर में जाताई एक मनक पाणी की कळी माता का पे ले जातो तको थाँने मली। जणी घर में वो जावे, थाँ वींका पाछे-पाछे परा जाज्यो।
तो ईसू पतरस अन यहुन्ना ने यो केन खन्दायो के, “जान आपणे जीमण का वाते फसे की त्यारी करो, ताँके आपाँ खा सका।”