71 तद्याँ वणा क्यो, “अबे आपाँने गवई की कई जरूत हे, काँके आपाँ खुदई ईंका मुण्डाऊँ हूँण लिदो हे।”
ईंपे वणा हाराई मनकाँ क्यो, “तो कई थूँ परमेसर को पूत हे?” वणी क्यो, “थाँ खुदई हाँच केरिया हो के, मूँ वोईस हूँ।”
तद्याँ हारी सबा ऊबी वेगी अन वींने राजपाल पिलातुस का नके लेग्या।