39 पसे ईसू बारणे निकळन रोज का जस्यान जेतुन का मंगरा पे ग्या अन चेला वाँका हाते आया।
जद्याँ ईसू अन वींका चेला यरूसलेम का नके पोछ्याँ अन जेतुन का मंगरा पे बेतफगे का नके आया, तो ईसू दो चेला ने ओ केन खन्दाया,
पछे वीं भजन गान जेतुन का मंगरा पे पराग्या।
ईसू यरूसलेम का मन्दर में आया अन च्यारूँमेर हारी चिजाँ देकी। पण दन आँतवाने हो, ईं वाते वो बाराई चेला की लारे बेतनियाँ नगर में परोग्यो।
पछे जदी दन आँतबा लागो तो ईसू अन वाँका चेला नगरऊँ बाणे निकळन पराग्या।
जदी वो जेतुन का मंगरा पे मन्दर का हामे बेटो हो, तो वींने पतरस, याकूब, यहुन्ना अन अन्दरियास एकेला में जान पूँछ्यो,
तद्याँ एक भजन गान वीं हाराई जेतुन का मंगरा पे पराग्या।
ईसू वणा दनाँ में मन्दर में उपदेस करतो हो अन रात ने बारणे जान जेतुन नाम का मंगरा ऊपरे रिया करतो हो।