12 वो थाँने सजी तकी मेड़ी ऊपरे एक मोटी ओवरी बता देई अन थाँ वटे त्यारी करज्यो।”
अन वीं घर का मालिकऊँ केज्यो के, ‘गरुजी थाँराऊँ केवे हे के, वा ओवरी कटे हे जणीमें मूँ आपणाँ चेला की लारे फसे का तेवार को जीमण जीम सकूँ?’
वणा जान जस्यान ईसू वाँकाऊँ क्यो हो, वस्योईस पायो अन फसे का तेवार को जीमणो त्यार किदो।
अन ईसू ने ईं बात की कई जरुरत ने हे के, कुई वाँने आन लोगाँ का बारा में बतावे, काँके लोगाँ का मना में कई चालरियो हे, वींने वो हव तरियाऊँ जाणतो हो।
ईसू तीजी दाण क्यो, “ए समोन, यहुन्ना का बेटा, कई थूँ माराऊँ परेम राके हे?” तो पतरस दकी वेग्यो के, वाँकाणी वींने तीजी दाण अस्यान काँ क्यो, “कई थूँ माराऊँ परेम राके हे?” अन वाँने क्यो, “ओ परबू, थाँ तो सब जाणो हो। थाँ ओ भी जाणो हो के, मूँ थाँकाऊँ परेम करूँ हूँ।” ईसू वींने क्यो, “मारा गारा ने चरा।
वे वटे आन ऊपरे एक ओवरा में ग्या, जटे वे रेता हाँ, वाँका में पतरस, यहुन्नो, याकूब, अन्दरियास, फिलिपुस, थोमो, बरतुलमे, मत्ती, हलफई को छोरो याकूब, देसभगत समोन अन याकूब को बेटो यहूदो।
जणी घर का उपरला ओवरा पे माँ हंगळा भेळा व्या हा, वटे दिवाण्या लगा मेल्या हा,