9 अन जद्याँ थाँ युद अन लड़ई की बाताँ हुणो, तो दरपज्यो मती। काँके ईं बाताँ को पेल्या वेणी जरूरी हे। पण, वणी टेम तरत अन्त ने वेई।”
तद्याँ ईसू वाँने ओरी क्यो के, “एक देस दूजाँ देस पे अन एक राज का दूजाँ राज पे चड़ई केरी।
जद्याँ ईं बाताँ वेती देकी, तो थाँ हूँदा ऊबा वेन आपणाँ माता ने ऊपरे करज्यो, काँके वीं टेम थाँको छुटकारो नकेईस वेई।”
ईसू क्यो, “हेंचेत रिज्यो, ताँके थाँ भरमाया ने जावो काँके, घणा मारा नामऊँ आई अन केई के, ‘मूँ वोईस हूँ’ अन ‘ओ अन्त टेम आग्यो हे।’ थाँ वाँका पाच्छे परा मत जाज्यो।