6 तो ईसू क्यो, “वीं दन आई जद्याँ ज्यो कई थाँ देको हो। वींकामूँ अटे कस्याई भाटा पे भाटो भी ने मली। यो हारोई हल्डा दिदो जाई।”
ईंपे ईसू चेला ने क्यो, “थें अणी मेड़ी ने देकरिया हो? मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ, अटे एक भाटा पे दूज्यो भाटो टक्यो ने रेई, एक-एक भाटो हड़ा दिदो जाई।”
ईं बात पे ईसू वाँने क्यो, “थूँ आ मोटी मेड़्या ने देकरियो हे, अटे एक भाटा पे दूज्यो भाटो टक्यो ने रेई, एक-एक भाटो हड़ा दिदो जाई।”
वणा ईसुऊँ पूँछ्यो, “ओ गरुजी, ओ हारोई कदी वेई? ईं बाताँ जद्याँ पुरी वेबा लागी, तो वणी टेम को कई हेन्याण वेई?”