33 धरती अन आकास टळ जाई, पण मारो बचन कदी ने टळी।
धरती अन आकास टळ जाई, पण मारो बचन कदी ने टळी।
मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, आकास अन धरती टळ सके हे, पण मूसा का नेमा में लिक्या तका हरेक अकर अन सबद तद्याँ तईं बण्या तका रेई जद्याँ वीं पूरा ने वे जावे।”
पछे भी आकास अन धरती को नास वेणो तो हेल हे। पण, मूसा का नेमा का एक-एक अकर की तागत हमेस्यान अटल हे।”
मूँ थाँने हाँची केरियो हूँ के, ईं पिड़ीयाँ का मनकाँ के मरबा के पेल्याँई हारी बाताँ वे जाई।
पण परबू को वसन जुग-जुग का वाते अटल रेवे हे।” यो वोईस हव हमच्यार हे, जो थाँने हुणायो ग्यो हे।
तद्याँ में मोटी धोळी गादी अन वींपे बेट्या तका ने देक्यो, वींके हामेऊँ धरती अन आकास भागग्या अन वाँको नामो निसाण मटग्यो।